कभी-कभी मै मजबूर हो जाता हूँ सोचने को कि,
ऐसा भी हो सकता है क्या?
.सूरज को दर्पण दिखाऊं ऐसी मेरी औकात नहीं,
घडी भर को नभ पे जो छा जाए बादल,हो जाती रात नहीं,
सुख-दुख जो मिलते है कैसे कहूं ये सब उस ही की सौगात नहीं,
निशा बीते और हो प्रभात नहीं,
ऐसा भी हो सकता है क्या?
मन ही तो है,मनमानी कर गया तो भला क्यों विलाप हुआ,
किसी के लिए मुक्ति तो किसी के लिए अभिशाप हुआ,
संवेदना इतनी भी क्यों जगाई प्रभु,जो सुख में भी संताप हुआ,
बिना तेरी मर्जी के मुझ से ये पाप हुआ,
ऐसा भी हो सकता है क्या?
अतीत को वर्तमान पे लाद पता नहीं क्या पाऊंगा?
अतीत का बोझ यूँ ही क्या मै ताउम्र उठाऊंगा?
ना चाहते हुए भी थक जो गया तो कहाँ जाऊँगा?
मै कुछ भी नहीं कर पाऊंगा,
ऐसा भी हो सकता है क्या?
खूब जिया है ऐसे पलो को हमने भी क्या बताना पड़ेगा,
जिन पलो में मृत थे हम वो वक़्त क्या फिर दोहराना पड़ेगा,
विशवास दिलाने की खातिर क्या घाव भी दिखाना पड़ेगा,
मुझे उसे फिर से बुलाना पड़ेगा?
ऐसा भी हो सकता है क्या?
जय हिंद, जय श्री राम
कुंवर जी,
bahut khub
जवाब देंहटाएंitni achi kavita par ham bhi majbur ho jate he comments ke liye
shekar kumawat
http://kavyawani.blogspot.com/\
आपके शब्दों का सफ़र संवेदनशील है ... भावनाओं का ख़ज़ाना ...
जवाब देंहटाएंसुन्दर भावाभिव्क्ति.........
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर प्रस्तुति ।
जवाब देंहटाएंबेहतरीन रचना !
जवाब देंहटाएंitni gahrai kha se laate hai aap, har baar kuch sochne ko majboor ho jaata hu.
जवाब देंहटाएंapne bhawo me tajgi banaye rakhne ke kiye badhai!
बहुत भावपूर्ण रचना!! बधाई.
जवाब देंहटाएंजी ऐसा तो नहीं होना चाहिए .....!!
जवाब देंहटाएं@हरकीरत जी
जवाब देंहटाएं@समीर जी
आप सब ने मुझ अज्ञानी कि कविता को भी इतना सम्मान दिया,उसके लिए मै आप सब का आभारी हूँ!
ऐसा होना तो नहीं चाहिए,पर हो रहा है,क्या करे?क्या कर सकते है?
कुंवर जी,
अमित भाई,आपकी दुआ से भावो में ताजगी बनी रहेगी,मुझे ऐसा लग रहा है,बस साथ यूँ ही रहिये!
जवाब देंहटाएंसंजय जी,गोदियाल जी,अनुराधा जी, आप यहाँ पधारे,इस से ही मै बहुत खुश हूँ!होंसला-अफजाई के लिए शुक्रिया जी,
शेखर भाई ऐसे ही होंसला बढाते रहना,दिगंबर जी आपका भी धन्यवाद,मुझ पर इतना प्यार बरसाने के लिए!
कुंवर जी,
bahut badhiya
जवाब देंहटाएंthoda busy hu kunwar ji warna ek bahut acha reply jarur karta
koi baat nhi
for the next time
बहुत खूब लिखा |
जवाब देंहटाएंaapka swagat hai tushaar ji!
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