सादर वन्दे! इन हत्यारों पर तो हम थूक दे लेकिन उन हत्यारों का क्या करें जिन्होंने सफ़ेद कपडे पहनकर इनको पाला है, पहले तो इन असली हत्यारों से ही निपटाना होगा क्योंकि असली खिलाडी तो यही हैं, वो हत्यारे तो इनके इशारे पर चलने वाले मोहरें हैं. रत्नेश त्रिपाठी
थू नही गोली मार देनी चाहिये हत्यारों को।
जवाब देंहटाएंसादर वन्दे!
जवाब देंहटाएंइन हत्यारों पर तो हम थूक दे लेकिन उन हत्यारों का क्या करें जिन्होंने सफ़ेद कपडे पहनकर इनको पाला है, पहले तो इन असली हत्यारों से ही निपटाना होगा क्योंकि असली खिलाडी तो यही हैं, वो हत्यारे तो इनके इशारे पर चलने वाले मोहरें हैं.
रत्नेश त्रिपाठी
ये तो मात्र साधन हैं राजनीति के खिलाड़ियों के ..... उन पर कौन थूकेगा ....
जवाब देंहटाएंथू तो इन हमारे नपुन्शको पर करिए !
जवाब देंहटाएंनमन उन शहीदों को
जवाब देंहटाएंथू के हकदार सबसे जयादा तो वो हैं जो हत्यारों के दानवाधिकारों की वात करते हैं।
जवाब देंहटाएंaage ki line likhni bhul gaya kya...........
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