आज मोबाइल पर एक बड़ा ही सुकून देता सन्देश प्राप्त हुआ!पढ़ कर लगा कि हमारी तरह कोई ओर भी है यहाँ!
जो भी था सोचा आप तक भी पहुंचा दूं.....
दोस्तों आज हम एक एक अजीब से प्राणी के बारे में पढेंगे...
प्रभु की इस अद्भुत कृति का नाम है "पत्नी"!
@ये अक्सर रसोई में या टीवी के आसपास पायी जाती है!
@इनका पौष्टिक और पसंदीदा आहार है..."पती का भेजा"!
@ये पानी कम "पती का खून" ज्यादा पीती है!
@इन्हें अक्सर नाराज होने का "नाटक" करते हुए देखा जा सकता है!
@इस प्राणी का सबसे खतरनाक हथियार हो "रोना" और "इमोशनली ब्लेकमेल" करना!
@इसके प्रभाव में रहने पर "तनाव" नाम की बिमारी हो सकती है जो लाइलाज होती है!
@और कोई सावधानी आपको इन से नहीं बचा सकती......
एक पत्नी-पीड़ित की गुहार...पतिहित में जारी!
आप सभी को नव वर्ष कि हार्दिक शुभकामनाये...
जय हिन्द,जय श्रीराम,
कुंवर जी,
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जवाब देंहटाएंभैया कुँवर
इस पोस्ट को पत्नी को पढ़कर सुनाया तो वो नाराज़ हो गयी. तब टीवी चल रहा था. रसोई में आजकल मुझे समय ज़्यादा देना होता है.
तनावों की हवा निकालना हमें आता है. मेरा भेजा और खून मेरे पास ही रहता है. उसे प्रभावित नहीं होने देता. किसी के रोने को ज़रूर तवज्जो देता हूँ.
वैसे आपने वास्तविकता की सीमा को छुआ है. लेकिन यह हास्य निर्मित के लिये ठीक है. लेकिन आपकी यह पोस्ट काफी संजीदा है. सावधान रहियेगा.
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ऐसी चीजें पढवा कर, तुम गुरु घर से भी निकलवाओगे....बुढ़ापे में और कहीं जगह नहीं मिलेगीं कुंवर साहब ! नए साल की शुभकामनायें !
जवाब देंहटाएं@प्रतुल जी-आपने भी बड़ा सहासिक कार्य किया पत्नीश्री को इसे पढ़ा कर!सावधान तो मै था,आपकी हिदायत के बाद थोडा और हो जाऊँगा,लेकिन बताया गया है कि कोई सावधानी हमें इस प्राणी से नहीं बचा सकती!बढ़िया किया जो आपने अपनी वातविक स्थिति स्पष्ट कर दी....प्रभावित नहीं है आप,माना!
जवाब देंहटाएं(लगता है आपने टिप्पणी पत्नीश्री के सामने ही दी है!)
कुंवर जी,
@सतीस जी-कमाल करते हो आप भी,कौन कह रहा है आप इसे घर पढाओ!अजी ये तो हमारी अपनी पीड़ा है.....आपस में ही मिल-बाँट सकते है!
जवाब देंहटाएंघर बताने की हिम्मत तो हम भी जुटा नहीं पाये है जी!
आप सभी को नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाये....
कुंवर जी,
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जवाब देंहटाएंलगता है आपने टिप्पणी पत्नीश्री के सामने ही दी है!
@ नहीं दोस्त, टिप्पणी देते हुए वे सीरियल या कोई फिल्म में तल्लीन थीं. टिप्पणी के बारे में प्रायः नहीं बताता. वे उनकी इच्छा होती है पढ़ें अथवा न पढ़ें.
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@प्रतुल जी-राम राम,मै तो थोडा विनोद करना चाह रहा था आप तो गम्भीर हो गए सम्भवतः...
जवाब देंहटाएंकुंवर जी,
औरत का सम्मान करना सीखो !
जवाब देंहटाएंचाहे बात हँसी-मजाक में ही कही गई है लेकिन यह कहीं न कहीं पत्नी के सम्मान को ठेस पहुँचाती है ।
यह एक ऐसा प्राणी है जिस से यह संसार चलता है...आपका घरबार चलता है...घर में यह प्राणी न हो तो दिल की पीड़ा क्या आप पड़ोसियों को बताओगे ???
..... संजीदा पोस्ट है सावधान रहियेगा
जवाब देंहटाएंआपको और आपके परिवार को मेरी और से नव वर्ष की बहुत शुभकामनाये ......
हा हा हा, चाळा पाड़ दिया भाई
नव वर्ष 2011 की हार्दिक शुभकामनाएं
चुड़ैल से सामना-भुतहा रेस्ट हाउस और सन् 2010 की विदाई
नववर्ष आपके लिए मंगलमय हो और आपके जीवन में सुख सम्रद्धि आये…एस.एम् .मासूम
जवाब देंहटाएंनूतन वर्ष 2011 की शुभकामनाएं
आपकी पोस्ट 1/1/11-1/11 की प्रथम वार्ता में शामिल है।
नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ!
जवाब देंहटाएंनव वर्ष 2011 की हार्दिक शुभकामनायें!
जवाब देंहटाएंपल पल करके दिन बीता दिन दिन करके साल।
नया साल लाए खुशी सबको करे निहाल॥