आज आपके समक्ष एक गाना प्रस्तुत कर रहा हूँ!फिल्म का नाम है "सत्यकाम"!मुझे बहुत अच्छा लगता है ये गाना!किशोर कुमार,महेंदर कपूर और मुकेश का संगम बहुत ही मन-भावन होगा ये बताने की जरुरत मै महसूस नहीं कर रहा हूँ!सुनने के लिए u-tube का लिंक नीचे दे दिया गया है!तो पढ़िए और सुनिए....
ज़िन्दगी है क्या बोलो ज़िन्दगी है क्या ?
(ज़िन्दगी है क्या बोलो ज़िन्दगी है क्या)
ज़िन्दगी है लट्टू -2 चाहे जहाँ नचालो,
चाहे इधर घुमालो भाड़े का जसे टट्टू,
लट्टू;ज़िन्दगी है लट्टू,
ज़िन्दगी है लड़की लड़की,
ज़िन्दगी है लड़की -२,
लड़की का नाम मत लो,
क्यूँ?
उसका सलाम मत लो,
क्यूँ?
लड़की बढाए कडकी!
लट्टू नहीं लड़की नहीं,
ज़िन्दगी है सच्चाई-२!
मिट्टी की मूरत जब सच बोली आदमी तब कहलाई!
आदमी है क्या बोलो आदमी है क्या?
आदमी है बंदर-2 रोटी उठा के भागे,
कपडे चुरा के भागे कहलाये वो सिकंदर,
बंदर आदमी है बंदर-२,
आदमी है चरखा -2 अरे चू-चू हमेशा बोले,
भो भो हमेशा डोले रुकते कभी ना देखा-२,
आदमी है चरखा-२,
बंदर नहीं चरखा नहीं आदमी का क्या कहना,
प्यार मोहबत फितरत उसकी दोस्ती मजहब उसका!
दोस्ती है क्या बोलो दोस्ती है क्या?
दोस्ती है मोटर मोटर सुब जिसमे घुमते है,
मस्ती में झुम्तें जब तक के हो ना पंक्चर,
दोस्ती है मोटर,
दोस्ती भाई लस्सी हूऊन हहा हूं-२,
दोस्ती है भाई लस्सी पिलो ज़रा ना छोड़ो,
भूले से भी ना तोड़ो जादू की यह रस्सी,
लस्सी नहीं है रस्सी नहीं दोस्ती दिल की धड़कन-२,
दुश्मनी सहरा-सहरा करे,
दोस्ती गुलशन गुलशन-2-3.....
http://www.youtube.com/watch?v=skaepcQg1vs
इसे यहाँ सुने...
कुंवर जी,
बहुत अच्छा लगा ये गीत सुनकर .......गीत कि पूरी पंक्तियाँ लिखने के लिए बहुत बहुत -शुक्रिया
जवाब देंहटाएंये फिल्म भी अपने आप में एक ही फिल्म है .... ऐसे विषय इस फिल्म के बाद नही बने ... अगर कहीं इस फिल्म का प्रिंट नेट पर मिल सके तो ज़रूर बताएँ ........
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