संवेदनहीन होते लोग,
दुसरो को जगाने के लिए
अपने होश खोते लोग!
हाँ मै अभी जिन्दा हूँ,
बस यही बताने के लिए
जिंदगी को ढोते लोग!
बस यही बताने के लिए
जिंदगी को ढोते लोग!
ओरो की नींद उड़ा,
खुद चैन से सोने के
सपने संजोते लोग!
भगवान् ने इंसान बनाए
वो ही अब
हिन्दू-मुस्लिम होते लोग!
हथियार उठा जो खड़े थे
मैदान में,
छुप कर सबसे
अकेले में वो रोते लोग!
जय हिंद,जय श्रीराम,
कुंवर जी,